जय जिनवाणी मंगल माला (जैन भजन)
जय जिन ऋषभ अजित जग-स्वामी,
जय जिन संभव शिवगति-गामी।
जय अभिनन्दन सुमति शिवंकर,
जय प्रभु पद्म सुपार्श्व हितंकर।
जय चन्द्रप्रभ सुविधि जिनेशा,
जय शीतल श्रेयांस महेशा।
जय जिन वासुपूज्य भय-हारी,
जय प्रभु विमल अमल अविकारी।
जय अनन्त जय धर्म सुनामी,
जय प्रभु शान्ति कुन्थु अर स्वामी।
जय जिन मल्लिनाथ मुनिसुव्रत,
जय नमि नेमि पार्श्वहत - दुर्मत ।
जय जिन वर्द्धमान जग-वन्दन,
जय प्रभु सन्मति पाप निकन्दन ।
जय गौतम , जय चन्दनबाला,
जय जिन - वाणी मंगल माला।।
जानिये - चंदनबाला की कहानी (जैन कहानी)
" जय जिनेन्द्र "
कृपया कमेंट बॉक्स में कोई भी स्पैम लिंक न डालें।