Bhaktamar Stotra Shloka-6 With Meaning
भक्तामर स्तोत्र जैन धर्म का महान प्रभावशाली स्तोत्र है । इस स्तोत्र की रचना आचार्य मानतुंग ने की थी । इस स्तोत्र की रचना संस्कृत भाषा में हुई थी , जो इस स्तोत्र की मूल भाषा है, परन्तु यदी आपको संस्कृत नही आती तो आपकी सुविधा के लिए Bhaktamar Stotra के श्र्लोको (Shloka) को हमने मूल अर्थ के साथ - साथ हिन्दी में अनुवादित करते हुये उसका अर्थ भी दिया है , साथ हि साथ जिन लोगो को English आती है और संस्कृत नही पढ सकते वह सधार्मिक बंधु भी English मे Bhaktamar stotra का पाठ कर सकते है । इस प्रकार से Bhaktamar Stotra Shloka-6 With Meaning की सहायता से आप आसानी से इस स्तोत्र का पाठ कर सकते है ।
चाहे भाषा कोई भी हो हमारी वाणी से श्री आदीनाथ प्रभु का गुणगाण होना चाहिए । नित्य प्रातः काल मे पूर्ण शुद्धता के साथ श्री भक्तामर स्तोत्र का पाठ अवश्य करें ।
Bhaktamar Stotra Shloka - 6
विद्या प्रदायक
(In Sanskrit)
(In Sanskrit)
अल्पश्रुतं श्रुतवतां परिहास-धाम,
त्वद्भक्ति-रेव-मुखरी-कुरुते बलान्माम् ।
यत्कोकिलः किल मधौ मधुरं विरौति,
तच्चाम्र-चारु-कालिका-निकरैक-हेतु ॥6॥
(In English)
alpashrutam shrutavatam parihasadham
tvad bhaktireva mukharikurute balanmam |
yatkokilah kila madhau madhuram virauti
tachcharuchuta - kalikanikaraikahetu || 6||
tvad bhaktireva mukharikurute balanmam |
yatkokilah kila madhau madhuram virauti
tachcharuchuta - kalikanikaraikahetu || 6||
Explanation (English)
O Almighty! I am so unlettered that I am subject to
ridicule by the wise. Yet, my devotion for you forces me
to sing hymns in your praise, just as the cuckoo is
compelled to produce its melodious coo when the mango
trees blossom.
ridicule by the wise. Yet, my devotion for you forces me
to sing hymns in your praise, just as the cuckoo is
compelled to produce its melodious coo when the mango
trees blossom.
(हिन्दी में )
मैं शठ सुधी-हँसन को धाम, मुझ तव भक्ति बुलावे राम |
ज्यों पिक अंब-कली परभाव, मधु-ऋतु मधुर करे आराव ||६||
(भक्तामर स्तोत्र के छठे श्लोक का अर्थ )
विद्वानों की हँसी के पात्र, मुझ अल्पज्ञानी को आपकी भक्ति ही बोलने को विवश करती हैं | बसन्त ऋतु में कोयल जो मधुर शब्द करती है उसमें निश्चय से आम्र कलिका ही एक मात्र कारण हैं |
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